मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
Mohe Laagi Lagan Guru Charnan Ki
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणनन की गुरु चरणन की।।
चरण बिना मुझे कुछ नहीं भाये,
जग माया सब स्वपनन की ।।
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणनन की गुरु चरणन की।।
भव सागर सब सूख गया है,
फिकर नाही मोहे तरनन की।।
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणनन की गुरु चरणन की।।
आत्म ज्ञान दियो मेरे सतगुरु,
पीड़ा मिटी भव मरनन की।।
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
आस बंधी गुरु चरणन की।।
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणनन की गुरु चरणन की।।
Mohe Laagi Lagan Guru Charnan Ki
सिंगर – धीरज कांत जी।।
इन गुरु देव भजन को भी सुने –
- मन का आँगन महकने लगा है
- अगर इस जहाँ में कोई गुरु ही ना होता
- गुरु जी दी हो गई फुल किरपा
- किसे दा मोहताज न बनावी साइयां
- गुरु नाम जो जपे दुःख दर्द मिटे सदा नाम जपना
- तेरा ही वजूद है ऐ मेरे मुर्शिद
- तेरे नाम की महिमा सब संत गाते है
- तू मेरा जीवन आसरा मेरे शहंशाह
- मेरा सुखी रहे परिवार गुरु जी कृपा करो
- मैं पतंग तेरे हथ डोर है
- ये दुनिया तुझे कुछ नहीं देने वाली
- किया मैंने तुझी पे ऐतबार के आगे साई तू जाने