
अरे मुक्ति अरे मुक्ति
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु तेरे दर्शन मैं
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु माँ तेरे दर्शन मैं ।।
साथ है तेरा तो दर कैसा
धन दौलत और रुपया पैसा
करदु तुझको अर्पण मैं
करलु तेरे दर्शन मैं ।।
अरे मुक्ति अरे मुक्ति
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु तेरे दर्शन मैं
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु माँ तेरे दर्शन मैं ।।
नभ में और जल थल में तू है
हर मौसम हर पे तू है
तुहि बसी है कण कण में
करलु माँ तेरे दर्शन मैं ।।
देखे बहुत जीवन में अँधेरे
एक दिन बदलेंगे दिन तेरे
देखे बहुत जीवन में अँधेरे
एक दिन बदलेंगे दिन तेरे ।।
लोकेश पड़ा है क्यों चिंता में
करलु माँ तेरे दर्शन मैं ।।
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु जो तेरे दर्शन मैं
मुक्ति मिल जाए जीवन में
करलु माँ तेरे दर्शन मैं ।।