
ना जीने की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे तब महादेव के हैं हम,
ना जीने की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे सांसें महादेव के हैं हम।।
मस्तक सोहे चंदा गंगा जट्टा के बीच,
तू शिव नाम तो ले ले फिर हर पल होगी जीत,
गले सर्प की माला देखो कितना भाये है,
मैं मस्ती में ही झूमा जब शिव के हुआ करीब।।
ना जिन की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे तब महादेव के हैं हम,
ना जिन की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे सांसें महादेव के हैं हम ।।
देखो शिव गौरा की जोड़ी केसे मुस्कुराएं है
मैं सीखा ही हूं उनसे हर हाल में जीना है
जो पीते हैं अमृत जी उन्हे देव कहते हैं,
जो बिश का भी करे प्याला,
महादेव कहते हैं।।
हम फैन है उस भोले के,
हमें फैन रहने दो,
हमें शिव न बस प्यारा,
बस इसमे खोने दो।।
ना जीने की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे तब महादेव के हैं हम,
ना जीने की खुशी है ना मरने का है गम,
जब तक चलेंगे सांसें महादेव के हैं हम ।।