औघड़ बम बम बम भांग धतूरा पिए हलाहल

औघड़ बम बम बम औघड बम बम बम,
भांग धतूरा पिए हलाहल और लगाए दम
भांग धतूरा पिए हलाहल और लगाए दम
औघड बम बम बम औघड बम बम बम।।

तीन लोक के नाथ कहाओ शिव भोले वरदानी तुम,
तीन लोक के नाथ कहाओ शिव भोले वरदानी तुम,
लाखो पापी तुमने तारे दाता बड़े हो दानी तुम,
दास समझकर हमें तार दो भोले कम से कम
औघड बम बम बम औघड बम बम बम।।

भक्तों के रखवाले तुम हो तुमको सदा ही पूजा है,
पालनहारा सिवा तुम्हारे और ना जग में दूजा है,
नाम तुम्हारा हम रटते हैं नाम तुम्हारा हम रटते हैं,
नाम तुम्हारा हम रटते हैं शिव भोले हर दम,
औघड बम बम बम औघड बम बम बम।।

हम मूरख अज्ञान अधम है सत्य मार्ग दिखला दो ना,
दास के हृदय में भोले ज्ञान की ज्योति जला दो ना,
आस लगाकर हे शिव शंकर,
आस लगाकर हे शिव शंकर शरण में आए हम,
औघड बम बम बम औघड बम बम बम।।

औघड़ बम बम बम औघड बम बम बम,
भांग धतूरा पिए हलाहल भांग धतूरा पिए हलाहल,
भांग धतूरा पिए हलाहल और लगाए दम,
औघड बम बम बम औघड बम बम बम।।

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