मुझको भूले सांई याद आने लगे

दुःख में सुमरन सब करे,
सुख में करे ना कोई,
जे सुख में सुमिरन करो,
दुःख काहे का होये।।

मुझको भूले साई याद आने लगे,
दुःख जब मेरे हद से बढ़ जाने लगे,
मुझको भूले सांई याद आने लगे।।

अर्श से गिर गए तो गिरे इस तरह,
संभल जाने में हमको ज़माने लगे,
संभल जाने में हमको ज़माने लगे,
मुझको भूले साई याद आने लगे।।

मन में है जिनके श्रद्धा सबुरी,
साई आस पूरी उनकी करने लगे,
मुझको भूले साई याद आने लगे।।

जभी राते हुई राहो में,
साई लो बांके जगमगाने लगे,
मुझको भूले साई याद आने लगे।।

सांई याद आने लगे, साई याद आने लगे
सांई याद आने लगे, साई याद आने लगे।।

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