
सांवरे जो भी कुछ हूँ मैं तेरी माया है
मैंने तो जो भी पाया है तुमसे पाया है
दर पे बुलाके मुझे सीने से लगाया है
गोद में बिठाके मेरा लाड लगाया है
तेरे प्रेम का मुझपे ऐसा रंग छाया है ।।
सांवरे जो भी कुछ हूँ मैं तेरी माया है
मैंने तो जो भी पाया है तुमसे पाया है।।
क्या ऐसा तुमने मेरे श्याम मुझमे देखा है
पल में ही बदली मेरी किश्मत की ये रेखा है
अब तो मेरे चारो और खुशियों का ही दौर है
तेरे नाम से ही पहचान जग में मचा शोर है
तुमसे जुडी है ये कहानी मेरी
तुमने ही गुलशन सजाया है।।
सांवरे तेरा हो गया मैं तेरी माया है
मैंने तो जो भी पाया है तुमसे पाया है
दर पे बुलाके मुझे सीने से लगाया है
गोद में बिठाके मेरा लाड लगाया है
तेरे प्रेम का मुझपे ऐसा रंग छाया है ।।
क्या मैं बताओ मैंने तुमसे क्या पाया है
मेरी नस नस में दुनिया जिसे तरसती है
मोहित ज्यादा कहे आखे भी बरसती है
किस्मत से ज्यादा तुमसे पाया है।।
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सांवरे तुझमे खो गया है तेरी माया है
मैंने तो जो भी पाया है तुमसे पाया है
दर पे बुलाके मुझे सीने से लगाया है
गोद में बिठाके मेरा लाड लगाया है
तेरे प्रेम का मुझपे ऐसा रंग छाया है ।।
सांवरे जो भी कुछ हूँ मैं तेरी माया है
मैंने तो जो भी पाया है तुमसे पाया है
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