सांवरे खाटू वाले की महिमा बड़ी

सांवरे खाटू वाले की महिमा बड़ी
मेरी नज़रें कबसे हैं दर पे अडी
सांवरे खाटू वाले की ………….

तेरे दर पे आया जो भी रोते रोते आया
है खली झोली लाया दरबार में
जान ली है माया तूने रोतो को हंसाया सबकी
भर डी है झोली दरबार में
है भावों से रिझाने की महिमा बड़ी
सांवरे खाटू वाले की ……………

मेरी टूटी नैया का कोई ना खिवैया
और गहरी हैं नदियां मेरे सांवरे
हारे का तू साथी है वचन निभाया
भव पार लगाया मेरे सांवरे
तेरे दर पे जाने की महिमा बड़ी
सांवरे खाटू वाले की ……………

तीन बाणधारी तेरी महिमा है न्यारी
कहती है देनिया सारे खाटूवाले को
शीश के ओ दानी तेरी बड़ी मेहरबानी
ना छोड़ के जायेंगे दरबार को
युकी है दीवाना की महिमा बड़ी
सांवरे खाटू वाले की ……………

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