सांवरे तुमसे विनती यही है

सांवरे तुमसे विनती यही है,
इस कहर से प्रभु अब बचाओ,
काल ने घेर रखा है हमको,
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ,
सांवरे तुमसे विनती यही है।।

सबके मन में भरा सिर्फ डर है,
अगले पल हो क्या कुछ ना खबर है,
हर कदम पे खड़ी है मुसीबत,
छूटता जा रहा ये सबर है,
कोई रस्ता प्रभु अब ना सूझे,
रास्ता तुम ही हमको दिखाओ,
काल ने घेर रखा है हमको,
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ,
सांवरे तुमसे विनती यही है।।

इक अजब सा ही वातावरण है,
टूटता दिख रहा सबका मन है,
कुछ समाधान तुम ही निकालो,
अब उम्मीदों की तू ही किरण है,
किस तरह हम बचेंगे दयालु,
कोई युक्ति हमें तुम बताओ,
काल ने घेर रखा है हमको,
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ,
सांवरे तुमसे विनती यही है।।

सारी दुनिया फसी कश्मकश में,
कुछ नहीं है किसी के भी बस में,
नाम जपते हैं इक बस तुम्हारा,
शक्ति मिलती तेरे नाम रस में,
भूल बैठे सभी मुस्कुराना,
रोते चेहरों को माधव हँसाओ,
काल ने घेर रखा है हमको,
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ,
सांवरे तुमसे विनती यही है।।

साँवरे तुमसे विनती यही है,
इस क़हर से प्रभु अब बचाओ,
काल ने घेर रखा है हमको,
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ,
सांवरे तुमसे विनती यही है।

Sanware Tumse Vinti Yahi Hai
Is Kahar Se Prabhu Ab Bachao
Kaal Ne Gher Rakha Hai Hamko
Iske Panje Se Hamko Chhudao

Sabke Man Mein Bhara Sirph Dar Hai
Agle Pal Ho Kya Kuchh Na Khabar Hai
Har Kadam Pe Kadi Hai Musibat
Chhutata Ja Raha Ye Sabar Hai
Koi Rasta Prabhu Ab Na Sujhe
Rasta Tum Hi Hamko Dikhao
Kal Ne Gher Rakha Hai Hamko
Iske Panje Se Hamko Chhudao

Ek Ajab Sa Hi Vatavaran Hai
Tutata Dikh Raha Sabka Man Hai
Kuchh Samadhan Tum Hi Nikalo
Ab Ummidon Ki Tu Hi Kiran Hai
Kis Tarah Ham Bachenge Dayalu
Koi Yukti Hamen Tum Batao
Kal Ne Gher Rakha Hai Hamko
Iske Panje Se Hamko Chhudao

Sari Duniya Phasi Kashmakash Mein
Kuchh Nahin Hai Kisi Ke Bhi Bas Mein
Naam Japate Hain Ek Bas Tumhara
Shakti Milati Tere Nam Ras Mein
Bhul Baithe Sabhi Muskurana
Rote Cheharon Ko Madhav Hansao
Kaal Ne Gher Rakha Hai Hamko
Iske Panje Se Hamko Chhudao

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