
सत्संग है मानसरोवर सुखों की खान बन्दे
सत्संग से ही मिलते हैं सचमुच भगवान बन्दे।।
सत्संग से होकर जाता है मंज़िल का रास्ता
इस मंज़िल के राही को जग से क्या वास्ता
सत्संग की बहती गंगा में करके अस्नान बन्दे
सत्संग से ही मिलते हैं सचमुच भगवान बन्दे।।
सत्संग ही सच्चा सौदा सचा व्यापार है
परमार्थ के प्रेमी का सत्संग आधार है
सत्य ही चीज़ यहाँ पर सच की दुकान बन्दे
सत्संग से ही मिलते हैं सचमुच भगवान बन्दे।।
दुर्लभ है जिसको ढूँढना तप बल के ज़ोर से
वो खुद ही खींचे आते हैं सत्संग की डोर से
सत्संग से ही घुलता है मन का विकार बन्दे
सत्संग से ही मिलते हैं सचमुच भगवान बन्दे।।