
शिव समाधि में बैठे, शिव समाधि में बैठे
शिव समाधि में बैठे, पार्वती संग रहते।।
हाथ जोड़े भक्त बोले,जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले, जय हो भोले, जय हो भोले।।
शिव समाधि में बैठे,पार्वती संग रहते
शिव समाधि में बैठे,पार्वती संग रहते।।
हाथ जोड़े भक्त बोले, जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले, जय हो भोले, जय हो भोले।।
हो मन में तेरी आस्था की ज्योत जागी,
हाँ, हम भी तेरी भक्ति में हो गये बैरागी।।
शिव पे भस्म चढ़ा है, द्वार नंदी खड़ा है,
शिव पे भस्म चढ़ा है,द्वार नंदी खड़ा है।।
खाल ओढ़े भाल चंद्र,तो योगमग्न बड़ा है
शिव समाधि में बैठे, शिव समाधि में बैठे,
शिव समाधि में बैठे, सारे शिवगण कहते हैं।।
रुद्र माला तू पिरोले, जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ डमरू पे संसार डोले,जय हो भोले, जय हो भोले।।
शिव समाधि में बैठे,पार्वती संग रहते
शिव समाधि में बैठे,पार्वती संग रहते।।
हाथ जोड़े भक्त बोले, जय हो भोले, जय हो भोले,
हाँ तू ही मुक्ति द्वार खोले, जय हो भोले, जय हो भोले।।
भोले भोले, जय हो भोले, जय हो भोले,
भोले भोले, जय हो भोले, जय हो भोले।।