
नैनो से नैना मिले तो नैन भये है चार
ऐ री सखी इनके नैनं पे
मैं तो बार बार बलिहार।।
नैनो की कटारी मेरे जिगर पर मारी
मैं तो घायल करि कर डाली
सुनो जी मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।
नैनो में कैसा जादू संवारा मोहन के
रह गयी मैं तो वाकी जोगन बनके
बानी ब्रज नारी लाज के मारे
मेरी सास देवे है आज जारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।
मोर मुकुट ने दिल है चुराया
बांकी आदाओ ने अपना बनाया
विरहा की मारी मैं तो जग से हारी
जाउ तोपें बलिहारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।
मुखड़ा चंद्र सा हिये समाये
लचकत कमरिया दिल को चुराए
कहे तुमसे ये दास तुम्हारी
जाऊ तुम पे बलिहारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।
दास हिमांशु के तुम हो सहारे
दास कमल के नैनं तारे
दास की सदा खिली रहे फुलवारी
तेरे दर पर आये हर बारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।
नैनो की कटारी मेरे जिगर पर मारी
मैं तो घायल करि कर डाली
सुनो जी मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे बांके बिहारी
सुनो रे मेरे रमन बिहारी।।