और कुछ ना तमन्ना मेरी मुझे श्याम चौखट तेरी मिल गई
खुशियों से झोली भरी ज़िंदगी ये संवर सी गईऔर कुछ ना तमन्ना मेरी मुझे श्याम चौखट तेरी मिल गई दुनिया थी रूठी हर आस टूटी कोई ना अपना रहाकमज़ोर था दिल हर पग पे मुश्किल कोई ना सपना रहाबिन पानी मछली सी हालत मेरी हो गईऔर कुछ ना तमन्ना मेरी मुझे श्याम चौखट तेरी मिल … Read more