आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ
आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथओ मेरे स्वामी अंतर यामीआजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ।। आजा तुझे गंगा जल से मैं निहाला दूदूध की धारा तुझपे चडा दूगिस गिस चंदन माथे लगा दूलेके भस्म तेरे तन पे रमा देबस यही मन को भाई है भोले।। झूठी लगे इस जीवन की मायाअपना जिसे माना … Read more