अब दुख जाए न सहा प्रभु मुझे कर दो रिहा

हार गया मैं अब दुख सह केअब न रहा हिम्मत मेरे तन में,आ जाओ है मेरे प्रभु जीअब न रहना इस जग में।। अब दुख जाए न सहा प्रभु मुझे कर दो रिहाअब दुख जाए न सहा प्रभु मुझे कर दो रिहा।। जिसको मैं अपना कहा वो नही मेरा है,पीछे जो मुड़ के देखा घोर … Read more