जिसने भी आंबे माँ का गुण गान किया है
जिसने भी आंबे माँ का गुण गान किया है जिसने भी आंबे माँ का गुण गान किया है,कल्याण किया है रे कल्याण किया है, ध्यानु ने जब भी माँ को मनाया,सिर माँ के चरणों में अपना चढ़ाया,माँ मुस्कुराई देर न लगाई,कर ज़िंदा जीवन का दान किया है,कल्याण किया है रे कल्याण किया है, श्रीधर ने … Read more