बाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ

जिस और नज़र फेरु मेरा श्याम नज़र आयेबाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ ।। गैरों ने तो ठुकराया अपने भी सभी बदलेहम साथ चले जिनके वो दूर बहुत निकलेवो दूर बहुत निकले…………।। तेरी ही रहम पे हूँ बख्शे या तो ठुकराएबाबा छोड़ के दर तेरा जाएँ तो कहाँ जाएँ ।। माना के … Read more