आखनली चुरा के बाबा चोरसी काट मेरी से

बालक हू मैं तेरा श्याम मुझको निभाए लेदुखड़े को मारयो माने काजले लगाए लेपाठ दिख ला दे बाबा कालजे अंधेरे सेआखनली चुरा के बाबा चोरसी काट मेरी से।। दरबार साँवरियाँ एसो साजो प्यारो दयालु आप कोसेवा में साँवरियाँ सगला खड़े डीके हुकाँ बस आप कोसेवा में तरी म्हाने आज बिच्छजनो है नाले कॉल निभानो हैकीर्तन … Read more