डमरू धारी हे भोले शंकर बनाए रखना दया निरंतर
हे डमरू धारी हे भोले शंकरबनाए रखना दया निरंतर है नाग काले गले में डालेवो शीश चंदा करे उजाले जटाये सर पे सजी है सुंदरबनाए रखना दया निरंतर कैलाश वासी जगत के स्वामीमहादेव प्रभु अन्तर्यामी नयन से चलके दया समंदरबनाए रखना दया निरंतर डमरू धारी भोले शंकरबनाए रखना दया निरंतर दीन दुखियो के प्रभु सहारेतेरे … Read more