बाबुल का घर जन्म भूमि है कर्म भूमि ससुराल
दोनों कुल की लाज लाड़ली रखना आज संभालबाबुल का घर जन्म भूमि है कर्म भूमि ससुराल।। भाई की लाडो माँ की दुलारी बाबुल का अभिमानकैसे भुला पाएंगे बिट्टो बचपन का वो प्यारतेरे बिना सब सूना होगा घर आँगन और द्वारइस चौखट से उस चौखट तक रखना जी को संभालबाबुल का घर जन्म भूमि है कर्म … Read more