भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण

भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण,भँवर में नाव पड़ी है, बिच मजधार हूँ मैं,सहारा दीजिये आकर, की अब लाचार हूँ मैं।। भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण,भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण,हे कैलाश पति हूँ तुम्हारी शरण।। सुना है आपका जिसने कभी पुकार किया,तो उसका आपने संकट से है उद्धार किया,भगत हूँ आपका मैं भी … Read more