भोले के सर बहती गंगा की धार

भोले के सर बहती गंगा की धारजिस से रिश्ते हैं पापी हजारबड़ी ही पवन है गंगा की धारबड़ी ही सुहावन है गंगा की धार।। कर मेहर दया कीअंधा कब से तेरे द्वारखाली झोली भरने आयाचला जाएगा झोली भरकेनैनो की पुकार करदो बेदा पारबड़ा ही पवन है भोले तेरा दरबारबड़ा ही सुहावन है भोले तेरा दरबार।। … Read more