भोले नाथ की बारात चली रे

देखो बैंड बजान के साथ चली रेदेखो कैसे भूतन के साथ चली रेभोले नाथ की बारात चली रे अंग भभूति तन मृग छलागले में कहने मुंडन माला और नाग लिपटे कलादूल्हा बना है देखो डमरू वाला देव दानव की जमात चली रेभोले नाथ की बारात चली रे नंदी भंगी झूम रहे हैंभंग चड़ा के घूम … Read more