भोले शंकर मेरा रे
है वो जग का स्वामीहै वो अन्तर्यामीसबमे उसका बसेरा रेसत्य श्रृष्टितांडव रचनानटराज नमो नमः।। आदि गुरु शंकरनटराज नमो नमःभोले शंकर मेरा रे।। नित्य करते त्रिपुरारिबाबा ये नटराज हैइंसा दूजा कोई नहींये काला के ताज है।। गभीर नाद मृदंगनाद उरे ब्रह्मदानानित होत नाद प्रचंडनटराज नमो नमःभोले शंकर मेरा रे।। चिदंबरेश्वर हे रामेश्वरहै यही ॐ कारेश्वरपरम शांति … Read more