भूत नाथ के दीवाने मस्ती में रेहते है
धन दोलत वाले तो सदा बस्ती में रहते हैभूत नाथ के दीवाने मस्ती में रेहते है।। भुत नाथ के मस्तानो की हर इक बात निरालीकरे मौज हर रोज है होती होली और दीवाली,मस्त सदा खुश हाल मेहंगी सस्ती में रेहते हैभूत नाथ के दीवाने मस्ती में रेहते है।। भुत नाथ अपने भगतो की दूर करे … Read more