भजन बिना कैसे तिरसी रे अनाड़ी दुनिया

भजन बिना कैसे तिरसी रे अनाड़ी दुनिया Bhajan Bina Kaise Tirsi Re Anadi Duniya भजन बिना कैसे तिरसी रे अनाड़ी दुनियातुलसी जाग में आए के सबसे मिलिए भाईक्या जाने किस भेष में नारायण मिल जाएमात पिता परमात्मा पति सेवा गुरु ज्ञानइनसे हिल मिल चालिए वो नर चतुर सुजान भजन बिना कैसे तिरसी रे अनाड़ी दुनियाकैसे … Read more

अवगुण बहुत किया गुरु साहब मैंने

अवगुण बहुत किया गुरु साहब मैंने,अवगुण बहुत किया।। नौ दस मास गर्भ में रहा, माता को कष्ट दियागुरु साहब मैंने ,अवगुण बहुत किया।। अवगुण बहुत किया गुरु साहब मैंने ,अवगुण बहुत किया। जितरा तो पैर गुरूजी धरिया धरण पे हाँ ,पग पग पाप कियागुरु साहब मैंने ,अवगुण बहुत कियाअवगुण बहुत कियागुरु साहब मैंने ,अवगुण बहुत … Read more