छत्र छाया में अपनी बसाले सोने की छतर वाली मैया
छत्र छाया में अपनी बसालेसोने की छतर वाली मैयासोने की कलश वाली मैया,छत्र छाया में अपनी बसाले।। भगत ध्यानु की तरह नहीं हु,हां माँ जग से हारी नहीं हु,मैं बुरी हु तू मुझको निभा लेसोने की छतर वाली मैयासोने की कलश वाली मैया,छत्र छाया में अपनी बसाले।। रोज सुनती हु दुनिया के तानेआजा माँ मेरी … Read more