दर दर का भटकना छूट गया
दर दर का भटकना छूट गयाजब से माँ तेरा द्वार मिला द्वार मिला द्वार मिलाआँखों से बहते आंसू रुके बेटे को माँ प्यार मिलाआँखों से बहते आंसू रुके बेटे को माँ प्यार मिला बेटे को माँ प्यार मिला ।। मन का हर विकार गया मिल जो तेरा द्वार गया,विपदा दूर भगी सोइ तकदीर जगी,मझदार में … Read more