रक्त शिराओं में राणा का रह रह आज हिलोरे लेता
रक्त शिराओं में राणा का, रह रह आज हिलोरे लेता,मातृभूमि का कण कण तृण तृण, हमको आज निमंत्रण देता वीर प्रसुता भारत माँ की, हम सब हिन्दु है संताने,हर विपदा जो माँ पर आती, सहते हैं हम सीना ताने,युग युग की नीद्रा को तज कर, युग युग की नीद्रा को तज कर,फिर से अपना गौरव … Read more