उड़ जा हंस अकेला

उड़ जा हंस अकेला Ud Ja Hans Akela – Ek Dall Do Panchhi Re Baitha एक डाल दो पंछी बैठा कौन गुरु न चेला,गुरु की करनी गुरु भरेगा,चेला की करनी चेला रे साधुभाई,उड़ जा हंस अकेला ।। माटी चुन-चुन महल बनाया,लोग कहे घर मेरा,ना घर तेरा,ना घर मेरा,चिड़िया रैन-बसेरा रे साधुभाई,उड़ जा हंस अकेला ।। … Read more