फागण की रुत ये लाई बहार

फागण की रुत ये लाइ बहारमन में उमंगें छाई अपारप्यारा ये नज़ारा है मेरे सांवरेझूमे जग सारा है मेरे सांवरे आ गए हम बाबा तेरी चौखट पे तुझको मनानेमांगने ना आये आये थोड़ा सा रंग लगानेरंगो से लाल करें चेहरा ये तुम्हारा है मेरे सांवरेझूमे जग सारा है मेरे सांवरे सुन सुनाई देती ढोल ढपली … Read more