मेलो जोर को लागे गो चल सांवरिया के द्वार
आयो रे आयो रे आयो बाबो को सन्देश,चालो रे चालो रे श्याम धणी को देश,आयो फागुन को मेलोसांवरियो महारे हेलो,झटपट झटपट आ रेमेलो जोर को लागे गोचल सांवरिया के द्वार।। पचरंगो निशान श्यामको दर्जी से सिलवालो,देसी मोती चूर को लाडूश्याम ताई बनबालो,बाबा के भोग लगावागामंदिर में निशान चढ़ावागा,सांवरिया के ऊपर करसा इतर की बौछार,ले कर … Read more