गणपति मेरे अंगना पधारो आस तुम से लगाये हुए है
गणपति मेरे अंगना पधारो,आस तुम से लगाये हुए है,काज करदो हमारे भी पुरेतेरे चरणों में हम तो खड़े है।। कितनी श्रधा से मंडप सजायाअपने घर में ही उत्सव मनाया,सचे मन से ये दीपक जलायाभोग मोदक का तुम को लगाया,रिधि सीधी को संग लेके आओहाथ जोड़े ये विनती किये है।। वीधन हरता हो तुम दुःख हरते,अपने … Read more