आ गई मैं माँ के द्वार आ गई
आ गई मैं माँ के द्वार आ गई Aa Gayi Me Maa Ke Dwar Aagayi मैं तो शीश झुकाने आईमाँ की ज्योति जलाने आईजगराता गाने आईमाँ को भेंट चढ़ाने आईआ गई मैं माँ के द्वार, आ गई पान सुपारी मैया, ध्वजा नारियललौंग लुभाने तरी गंगाजल मैं तो चुनरी भी लाईलाल चोला भी लाईआ गई मैं … Read more