गोरा झुला झूल रही भोले नाथ संग
सावन की बरसे रिमझिम बुहारपेड़ो पे झूलो की लगी कतार,गोरा झुला झूल रही भोले नाथ संग।। को हो कुहकती है कोयल पीहू पीहू पपीहा पुकारे,भोले दानी के दर्शन करने भगत हजारो पधारे,झूलन की रुत आईगोरा झुला झुल रही भोले नाथ संग।। भोले बाबा के डमरू पे नंदी गणपत भी झूम रहे है,बादलो को भी देखो … Read more