घन घन घनघोर घटाओ आओ आओ झूम के आओ
घन घन घनघोर घटाओ आओ आओ झूम के आओ,आये संकट के पल देखके करुणा का जल,प्यासी धरती की प्यास बुजा माता,विनती करते है हम अब तू करदे रेहमजादू अपनी कला का दिखा माता।। तेरी दया के सागर में क्या है कमी,तेरे भगतो पे क्यों आज विपता पड़ी,सुखी नदियां है सूखे है जल कूप माँ,आजा धार … Read more