हाल अपना सुनाऊ किसे साँवरे
हाल अपना सुनाऊ किसे साँवरेएक तुही तो है मेरा साँवरेतेरे होते क्यो आँखो में आँसू मेरेइतनी अच्छी नही बेरुखी साँवरे।। तुझको अपना है साथी माना सदामेरे दुःख की घड़ी में कहाँ तू बताये बता दे हुई क्या है मुझसे खताक्या नही हूँ मै दास के काबिल बतातू सुनेगा नही तो कहाँ जाऊँगातेरी चोखट पे रो … Read more