हनुमान जब चले उठा के सोटा

ये पहने है लाल लंगोटाजब चले उठा के सोताभूतो की रेल बनाए रेदर के भागे आला बालाएजब सोते को घुमाए रे।। सोटे की मार पड़े तोदिन में दिखा दे तारे।। इनके आगे थर थर कापेदुष्ट आधारी सारे सारे।। जब रुद्रा रूप में आएआगे कोई टिक ना पाएयाँ के द्वार वो जाए रे।। दर के भागे … Read more