अरे मुरलीधर कान्हा सांवरे हे गोपाला
हे गोपाला लिरिक्स : जमुना तेरे समीरथोडी मंड मंड चलेबृज के राज में भी सुगंधीमेरे गोविंद की मील नटखट नटवर नगर नंद लालअरे मुरलीधर कान्हा सांवरेहे गोपाला नंदनवन मे कृष्ण मुरारीआज भी नर्तन करेंवृंदावन के नर नारीरालमिल संकीर्तन करें सोहे मोर मुकुट मथेकांठे वैजंती मालाहे बंसीधर मोहक सलोनहे गोपाला लीलाधारी रसबिहारी कीमहक कान-कान मेंगोपी जनवल्लभ … Read more