सखी री चल बरसाने की ओर महीना फागण को आयो री

सखी री चल बरसाने की ओर लिरिक्स सखी री चल बरसाने की ओर,महीना फागण को आयो री,वहा अब मिले गए नन्द किशोरमहीना फागण को आयो री,सखी री चल बरसाने की ओर, कोई तन रंगे कोई मन रंगे कोई श्याम रंग जीवन रंगे,अरे सब न कशू न कशू रंगो मैंने रंग ली प्रीत की डोर,अरी री … Read more