जब मेरे संवारे से नैना लड़े हाय मैं तो लुट गई खड़े खड़े

जब मेरे संवारे से नैना लड़ेहाय मैं तो लुट गई खड़े खड़ेलुट गई मैं तो खड़े खड़ेजब मेरे संवारे से नैना लड़ेहाय मैं तो लुट गई खड़े खड़े।। मोहनी मूरत मन को मोहेमोर पंख सिर उपर सोहेउपर से उस में हीरे जडेहाय मैं तो लुट गई खड़े खड़े।। हाथ में मुरली कमर में पटकालगा देख … Read more