सफर श्याम संग – जीवन के इस सफर में मुझे राह दिखा दे
सुना है तो कांटो में भी फूल खिला देता है ,बिछड़े हुए अपनों को भी पल में मिला देता है,जो अत है तेरे दर पे खाली झोली ,कृपा से अपनी सांवरे भर भर के लुटा देता है ।। आया हूँ तेरे दर पे झोली मैं फैला के,क्या मांगू मैं तुझसे ये तू ही ये बता … Read more