जग में है एक तेरा सच्चा दरबार दातिए

आँख में आँसू भर करदर दीवाने आते हैलेके खुशिया तेरे दर सेअपने घर को जाते है।। दातिए दातिए दातिएरहमत के किससे लखोतेरे है झंडे वालीअब तक तूने ना कोई भीझोली ना खाली डाली ।। मैं देखु जहा पे तूही दिखेहर शे में तेरा नूवर बसेपत्थर को कोई नूवर करेतू सबको गामो से डोर करे।। तू … Read more