कभी तेरे दर से ना जाएँगे हम

कभी तेरे दर से ना जाएँगे हमपड़े है तुम्हारे द्वारे ख़ाके कसम सुना मैने दाता तू जाग है भिखारीभारदे ये दामन मेरा भाव भय हारी सितम किए दुनिया ने तू कर्दे करमकभी तेरे दर से ना जाएँगे हम आजमील गणिका गीध ने ये गयाप्रहलाद मीयर्रा की सबने बताया द्रोपदी के भाई तुम हो मीरा के … Read more