काली जे महाकाली दुष्टो का संहार करो मा संत जानो की रखवाली
काली जे महाकालीदुष्टो का संहार करो मासंत जानो की रखवालीकाली जे महाकाली।। चंद मूंद दैत्यो को मारारक्त बीज का शीश उतरारौद्रा रूप काली अवताराखड़ग चला पापी संहारा।। जे मा कलकत्ते वाली माना जाए तेरा वचन खालीकाली जे महाकाली।। गाल में नरमुंडन की मालाकर में रक्त भरा है प्याराबिखरे केश रूप विकरलाचला रही असूरन पे भला।। … Read more