चंडी है महाकाल कालिका खप्पर वाली

चंडी है महाकाल कालिका खप्पर वालीरूप धरी विकराल कालिका खप्पर वाली।। खून से अपना खप्पर भरने चली दुष्टों का मां वध करनेलेके खड़ग विशाल कालिका खप्पर वाली।। भरली नेत्र में क्रोध की ज्वाला डाली गले मुंडों की मालाबिखराए है बाल कालिका खप्पर वाली।। रूप धरी काली का रण में मारी रक्तबीज को क्षण मेंकी पांपी … Read more