मेरे कान्हा चले आना

तुम्हे हम याद करते है,कही से भी चले आना,श्याम ढलने लगी है मोहन,झलक अपनी दिखा जाना,झलक अपनी दिखा जाना।। खुला है दर चले आना,झुका है सर चले आना,बिना सोचे बिना समझे,मेरे रहबर चले आना,मेरे कान्हा चले आना,मेरे मोहन चले आना ।। सेज तेरी सजायेंगे,भोग तुझको लगाएंगे,सफर में थक गए होंगे,चरण तेरे दबाएंगे,मेरे कान्हा चले आना।। … Read more