कान्हा करे बरजोरी

कैसे जाऊं खेलन को होरीसखी कान्हा करे बरजोरी मुरली बजाई ऐसे सांवरियासुध बुध खोई भई बावरियातब ही रंग डारयो बनवारीभीज गई रेशम की सारीवो छलिया करे चित्तचोरीसखी कान्हा करे बरजोरी उड़त गुलाल रंगे घर आँगनफाग मच्यो ऐसो वृन्दावननन्दलाल गिरत पनघट परभर पिचकारी मारी मोरे घूँघट परश्याम रंग में रंगी हर गोरीसखी कान्हा करे बरजोरी