चलना रे कंकाली धाम

कंकाली कंकाली कहती है दुनियां कंकाली काली का धाम,सूंदर छटा में प्रगति है मैया कंकाली माँ का है नाम,चल ना रे कंकाली धाम।। भोपाल रायसेन के बीच में माई,अपन भगतो को तारने आई,तीन देव को संग में लाइ,पावन गोदावल धाम,अरे चल ना रे कंकाली धाम।। बीस गुजा नर मुंडो की माला,माँ ने रूप धरा विकराला,माँ … Read more

सुन ओ मां कंकाली रे काली खप्पर वाली रे

सुन ओ मां कंकाली रे काली खप्पर वाली रे Sun O Maa Kankali Re Kali Khapper Wali Re सुन ओ मां कंकाली रेकाली खप्पर वाली रे सुन ओ मां कंकाली रेकाली खप्पर वाली रे महिमा तेरी निराली रेओ मइया कंकाली रे गले में सोहे मुंडों की मालाआंखों में है तेरे ज्वाला तू जग से बलशाली … Read more