काया ने सिंगार कोयलिया पर मंडली मत जइजो रे

काया ने सिंगार कोयलिया पर मंडली मत जइजो रे Kaya Ne Shringaar Koyaliya Par Mandali Mat Jaaje Ae काया ने सिंगार कोयलिया,पर मंडली मत जइजो रे।। श्लोक गोरे गोरे अंग पे गुमान क्या बावरे,रंग तो पतंग तेरो कल उड़ जावेलो,धुएं जैसे धन तेरो जातो न लागे देर,चोरन को माल नही चोवटे बिकायगो,मन सुख देय सको … Read more