हुआ दूर गम उसको आराम आया बंदा जो भी खाटू धाम आया

हुआ दूर गम उसको आराम आया,बंदा जो भी खाटू धाम आया।। खाटू का धाम भी क्या हसि धाम है,जिस जगह शीश दानी मेरा श्याम है,जो वहा पहुंचा उस ने ही नाम पाया,बंदा जो भी खाटू धाम आया।। फूल जैसे चमन में कही खिल गये,प्यार से देख लो दोनों लब मिल गये,भक्त के होठो पर जब … Read more